आज की बालाएं अलसी कुंवर की ही कामना करती हैं ???
क्योंकि
1- वह सुंदर, आकर्षक, रूमानी, साहसी, स्फूर्तिमान और बलवान
होता है। उसकी त्वचा नम, उजली
और चिकनी तथा बाल घने, रेशमी
और चमकीले होते हैं। उसे कभी रूसी नहीं होती। उसे सखियों और संबंधियों से मिलवाने
में पत्नि गर्व महसूस करती है।
2- उसमें गज़ब की शारीरिक क्षमता, अपार ऊर्जा, अटल आत्मविश्वास, तीव्र स्मरणशक्ति, अनोखी सृजनशीलता, असाधारण कल्पनाशीलता और
आश्चर्यजनक शैक्षणिक क्षमता होती है, जिससे वह उच्च वेतनमान प्राप्त करता है, मंहगे उपहार लाता है और
कभी भी पत्नि की क्रय-तालिका नहीं भूलता है।
3- वह सदैव हंसमुख, मृदुभाषी, आज्ञाकारी, सेवाभावी और शांत रहता
है। वह न कभी आलस्य करता है,
न कभी झगड़ता है,
न कभी क्रोध करता है, न कभी शिकायत करता है, न कभी थकता है और पत्नि के सारे काम करने को सदैव खड़ा रहता है।
4- वह उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा, संधिशोथ और कैंसर आदि
रोगों से मुक्त रहता है, अतः
चिकित्सालयों और निदान केंद्रों से दूर रहता है और उसके पास पत्नि को विभागीय
भंडारों, बहुमंजिला
विक्रय-संस्थानों, बहुपटीय
चलचित्रशालाओं, गोष्ठियों, कहवाघरों, अंतर्महाद्वीपीय
भोजनशालाओं, प्रीतिभोजों, नृत्यालयों और मधुशालाओं
में ले जाने के लिए पर्याप्त धन व समय रहता है।
5- वह दीवानों की तरह प्यार करता है, प्रशंसा करता है, पत्नि के पीछे पीछे घूमता
है और मधुचंद्रिका के अंतरंग क्षणों में श्रेष्ठतर शारीरिक और भावनात्मक घनिष्टता
सुनिश्चित करता है।
उपरोक्त चित्र बैंगलोर
के फोरम मॉल में काइट्स के वर्ल्ड प्रीमियर का काल्पनिक चित्र है जो मैंने इसकी
रिलीज के पाँच महीने पहले ही बना दिया था। फिल्म बहुत ही फ्लॉप रही।
1 comment:
कल मैंने बैंगलौर के फोरम मॉल में ऋितिक की नई फिल्म "काइट्स का वर्ल्ड प्रीमियर" देखा, फिल्म बहुत ही अच्छी लगी। मैं जानता हूं कि ऋितिक अलसी का सेवन करता है और आज की बालाएं ऐसे ही अलसी कुंवर की कामना करती हैं अतः मैं काइट्स के वर्ल्ड प्रिमियर के चित्र को यहां प्रयोग कर रहा हूं।
डॉ ओ पी वर्मा
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