Tuesday, December 17, 2019

अल्फा लिनोलेनिक एसिड (ALA) की क्वांटम साइंस

अल्फा लिनोलेनिक एसिड (ALA) की क्वांटम साइंस 


  • यह एक ओमेगा-3 फैट है क्योंकि इसमें पहला डबल बांड ओमेगा कार्बन से तीसरे कार्बन के बाद बना है
  • जहां भी चेन में डबल बांड बनता है चेन कमजोर पड़ जाती है, इसलिए मुड़ जाती है
  • अल्फा लिनोलेनिक एसिड (ALA) की क्वांटम साइंस
    इस मोड़ में डिलोकेलाइज्ड इलेक्ट्रोन्स इकट्ठे हो जाते हैं। हल्के होने के कारण ये इलेक्ट्रोन्स ऊपर उठकर बादल की तरह तैरते हुए दिखाई दिए इसलिए बडविग ने इन्हें इलेक्ट्रोन्स क्लाउड या पाई- इलेक्ट्रोन्स की संज्ञा दी है। बडविग ने पेपरक्रोमेटोग्राफी से यह सब स्पष्ट देखा
  • जीवन ऊर्जा से भरपूर उपचारक इलेक्ट्रोन्स ही हमारी जीवन शक्ति है
  • ये इलेक्ट्रोन्स हमें ऊर्जावान, बलवान, बुद्धिमान, निरोगी और चिरंजीवी बनाते हैं
  • ये इलेक्ट्रोन्स ही ऑक्सीजन को कोशिका में आकर्षित करते हैं
  • ये इलेक्ट्रोन्स ही कैंसर को हील करते हैं
  • बडविग ने इन्हें सबसे बड़ा अमरत्व घटक माना है
  • कैंसर उपचार तो इस विज्ञान का ट्रेलर मात्र है पिक्चर तो अभी बाकी है दोस्तों
  • बडविग ने हमारे आहार का सबसे अहम तत्व फैट्स को माना है और कहा है कि प्रोटीन (अर्थात मैं पहला हूँ) नाम फैट्स को दिया जाना चाहिए था
  • हमारा दुर्भाग्य है कि इस विज्ञान को न कहीं पढ़ाया जाता है और न बडविग के बाद इस पर कोई रिसर्च हुई है
  • यदि इस विज्ञान पर आगे रिसर्च होती तो हम जीवन के अनेक रहस्यों जैसे टेलीपेथी, हिप्नोटिज्म, एस्ट्रोलोजी आदि से पर्दा उठा सकते थे अनेक रोगों का उपचार संभव हो सकता था। मैं आज के वैज्ञानिकों को आव्हान करता हूँ कि इस विषय पर रिसर्च शुरू करें

1 comment:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (18-12-2019) को    "आओ बोयें कल के लिये आज कुछ इतिहास"   (चर्चा अंक-3553)     पर भी होगी। 
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। 
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' 

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