Friday, October 19, 2012

अलसी मां की स्तुति


यह भजन "नटवर नागर नंदा भजो रे मन गोविंदा" की धुन पर बनाया गया है। 

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मैं गेहूं हूँ

लेखक डॉ. ओ.पी.वर्मा    मैं किसी पहचान का नहीं हूं मोहताज  मेरा नाम गेहूँ है, मैं भोजन का हूँ सरताज  अडानी, अंबानी को रखता हूँ मुट्ठी में  टा...