श्री सुरेश ताम्रकर, वरिष्ट पत्रकार, नई दुनिया, इन्दौर द्वारा भेजा हुआ पत्र
अलसी की महिमा सचमुच गज़ब है। मेरे एक सहयोगी की पत्नी मधुमेह से पीड़ित है, उसकी रक्त शर्करा 300 से ऊपर चली गई थी। मैंने उसे अलसी लेने की सलाह दी और एक सप्ताह में ही उसकी रक्त शर्करा घटकर 165 आ गई। इन्दौर में मेडीकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. भंडारी का युवा भतीजा डिप्रेशन और उच्च रक्त चाप से पीड़ित था उसे भी मैंने अलसी लेने की सलाह दी। और उसका बी.पी. सामान्य हो गया उसका आत्मविश्वास भी बढ़ गया। जय हो अलसी, जय हो डॉ.वर्मा जी की।
सुरेश ताम्रकर,
वरिष्ट पत्रकार, नई दुनिया, इन्दौर।
अलसी की महिमा सचमुच गज़ब है। मेरे एक सहयोगी की पत्नी मधुमेह से पीड़ित है, उसकी रक्त शर्करा 300 से ऊपर चली गई थी। मैंने उसे अलसी लेने की सलाह दी और एक सप्ताह में ही उसकी रक्त शर्करा घटकर 165 आ गई। इन्दौर में मेडीकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. भंडारी का युवा भतीजा डिप्रेशन और उच्च रक्त चाप से पीड़ित था उसे भी मैंने अलसी लेने की सलाह दी। और उसका बी.पी. सामान्य हो गया उसका आत्मविश्वास भी बढ़ गया। जय हो अलसी, जय हो डॉ.वर्मा जी की।
सुरेश ताम्रकर,
वरिष्ट पत्रकार, नई दुनिया, इन्दौर।
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