Monday, October 3, 2011

How Manjula Ben healed her Cancer


घाटकोपर, मुम्बई की मंजुला बेन, उम्र 75 वर्ष, की 6 माह पूर्व कमर में दर्द होने के कारण एम.आर.आई. करवाई गई। तब पता चला की उनके फेफड़ों में भी पानी भरा है। अतः उनकी सम्पूर्ण जांच की गई व पता चला की उनके फेफड़ों में कैंसर हो गया है। उनके फेफड़ों में से पानी निकाला गया। उन्हें रेडियोथेरेपी की 30 डोज दी गई। कीमोथेरेपी लेने से उन्होंने मना कर दिया। लेकिन उन्हें किसी उपचार से कोई फायदा नहीं हुआ। डाक्टर ने उन्हें कहा कि आप मुश्किल से 5 महीने जी पायेंगी। तब किसी मित्र ने उन्हें योहाना के उपचार के बारे में बताया। उन्होंने डॉ. योहाना का उपचार तुरंत शुरू किया जिसे वे आज तक ले रही हैं। वे स्वस्थ है व अपने कार्य स्वयं करती है। कल ही मेरी उनसे बात हुई है।

No comments:

मैं गेहूं हूँ

लेखक डॉ. ओ.पी.वर्मा    मैं किसी पहचान का नहीं हूं मोहताज  मेरा नाम गेहूँ है, मैं भोजन का हूँ सरताज  अडानी, अंबानी को रखता हूँ मुट्ठी में  टा...